contact@sanatanveda.com

Vedic And Spiritual Site


Lingashtakam in Hindi

Lingashtakam in Hindi

 

॥ लिंगाष्टकं ॥

 

******

 

ब्रह्ममुरारि सुरार्चितलिंगं निर्मलभासित शॊभितलिंगं ।

जन्मज दु:ख विनाशक लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ १ ॥

 

दॆवमुनि प्रवरार्चित लिंगं कामदहन करुणाकर लिंगं ।

रावण दर्प विनाशन लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ २ ॥

 

सर्व सुगंधसुलॆपित लिंगं बुद्धि विवर्धन कारण लिंगं ।

सिद्ध सुरासुर वंदित लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ३ ॥

 

कनक महामणि भूषित लिंगं फणिपति वॆष्टित शॊभितलिंगं ।

दक्षसुयज्ञविनाशन लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ४ ॥

 

कुंकुम चंदन लॆपित लिंगं पंकजहार सुशॊभितलिंगं ।

संचितपाप विनाशन लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ५ ॥

 

दॆवगणार्चित सॆवित लिंगं भावैर्भक्तिभिरॆवच लिंगं ।

दिनकरकॊटि प्रभाकर लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ६ ॥

 

अष्टदळॊपरि वॆष्टित लिंगं सर्व समुद्भव कारण लिंगं ।

अष्ट दरिद्र विनाशन लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ७ ॥

 

सुरगुरु सुरवर पूजित लिंगं सुरवन पुष्पसदार्चित लिंगं ।

मरमपतिं परमात्मक लिंगं तत्प्रणमामि सदाशिवलिंगं ॥ ८ ॥

 

**

 

लिंगाष्टकमिदं पुण्यं य: पठॆच्चिषवसन्निधौ ।

शिवलॊक मवाप्नॊति शिवॆन सहमॊदतॆ ॥

 

॥ इती श्री लिंगाष्टकं संपूर्णं ॥

 
Also View this in: Kannada | Hindi | Telugu | Tamil | Gujarati | Oriya | Malayalam | Bengali |