contact@sanatanveda.com

Vedic And Spiritual Site


Shiva Namavali Ashtakam in Hindi

Shiva Namavali Ashtakam in Hindi

 

॥ शिव नामावळि अष्टकम्‌ ॥

 

******

 

हॆ चन्द्रचूड मदनान्तक शूलपाणॆ

स्थानॊ गिरीश गिरिजॆश महॆश शंभॊ ।

भूतॆश भीतभयसूदन मामनाथम्‌

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ १ ॥

 

हॆ पार्वतीहृदयवल्लभ चंद्रमौळॆ

भूताधिप प्रमथनाथ गिरीश चाप ।

हॆ वामदॆव भवरुद्र पिनाकपाणॆ

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ २ ॥

 

हॆ नीलकंठ वृषभध्वज पंचवक्त्र

लॊकॆश शॆषवलय प्रमथॆश शर्व ।

हॆ धूर्जटॆ पशुपतॆ गिरिजापतॆ मां

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ३ ॥

 

हॆ विश्वनाथ शिवशंकर दॆवदॆव

गंगाधर प्रमथनायक नंदिकॆश ।

बाणॆश्वरांधकरिपॊ हरलॊकनाथ

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ४ ॥

 

वारणासी पुरपतॆ मणिकर्णकॆश

वीरॆश दक्ष मखकाल विभॊ गणॆश ।

सर्वज्ञ सर्व हृदयैकनिवास नाथ

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ५ ॥

 

श्रीमन्महॆश्वर कृपामय हॆ दयाळॊ

हॆ व्यॊमकॆश शितिकंठ गणाधिनाथ ।

भस्मांगराग नृकपाल कपालमाल

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ६ ॥

 

कैलासशैल विनिवास वृषाकपॆ

हॆ मृत्युंजय त्रिनयन त्रिजन्निवास ।

नारायण प्रिय मदापह शक्तिनाथ

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ७ ॥

 

विश्वॆश विश्वभव नाशक विश्वरूप

विश्वात्मक त्रिभुवनैक गुणाभिवॆश ।

हॆ विश्वबंधु करुणामय दीनबंधॊ

संसारदु:ख गहनाज्जगदीश रक्ष ॥ ८ ॥

 

गौरीविलास भुवनाय महॆश्वराय

पंचाननाय शरणागत कल्पकाय ।

शर्वाय सर्वजगता मधिपाय तस्म्ये

दारिद्र्य दु:खदहनाय नम:शिवाय ॥

 

॥ इति श्रीमत शंकराचार्य विरचित श्री शिवनामावल्यष्टकम्‌ संपूर्णम्‌ ॥

 
Also View this in: Kannada | Hindi | Telugu | Tamil | Gujarati | Oriya | Malayalam | Bengali |